Ayodhya : मामला जनपद के बीकापुर तहसील क्षेत्र से जुड़ा है शिकायतकर्ता रवींद्र कुमार पुत्र निर्मोही, निवासी - बेनी गद्दौपुर, तहसील, बीकापुर ने हमारे व्यूरो को बताया कि उनका वाद तहसीलदार न्यायालय बीकापुर के यहाँ धारा -67 उत्तर प्रदेश राजस्व सहिंता, 2006 कंप्यूटरीकृत वाद संख्या : T201704234503354 विचाराधीन है जिसमें, 18 जून 2024, 09 जुलाई 2024 , 31 जुलाई 2024,28 अगस्त 2024 व 22 सितम्बर 2024 को पेशी के लिए तारीख नियत की गई, लेकिन शिकायतकर्ता की मौजूदगी होने के बाद भी उसे अनुपस्थित दिखाकर पिछली तारीख मे ही उसके खिलाफ एक पक्षीय रूप मे आदेश पारित कर दिया गया
जिसके खिलाफ शिकायतकर्ता 5 सितम्बर 2024 को वाद दायर अपील प्रस्तुत की जिसे अभी तक कई माह बीत जाने के बाद भी वाद पंजिका मे दर्ज नही किया गया , शिकायतकर्ता के अनुसार अपने अधिवक्ता के द्वारा जब उन्होंने कई बार अपनी फ़ाइल देखनी चाही तो न्यायालय के कार्यालय मे काम कर रहे प्राइवेट कर्मियों और दलालों द्वारा फाइल देने मना किया गया, कई दिनों तक काफी खोजबीन के बाद भी शिकायतकर्ता को उनकी फाइल नही मिल सकी है पीड़ित के अनुसार दलाल भ्रष्टाचार और धन उगाही के लिए फ़ाइले गायब कर देते हैं और भोले भाले ग्रामीणों से जमकर धन उगाही करते है जिस कारण सभी न्यायालयों से बड़ी सख्या मे फ़ाइले गायब हैं मानसिक रूप से प्रताड़ित शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी अयोध्या और आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है और दलालों पर कठोर कार्यवाही करते हुए तहसील परिसर को भ्रष्टाचार से मुक्त करवाने की मांग की है


