अयोध्या : मामला जनपद के कैंट थाना क्षेत्र से जुड़ा है जहाँ एक सिविल कोर्ट का कर्मचारी मनोज कुमार जमकर सुर्खियां बटोर रहा है शिकायतकर्ता श्री राम ने हमारे व्युरो को बताया कि वो निवासी - पूरे पासी मिसा , थाना- रौनाही रहने वाले हैं इस समय कैंट थाना क्षेत्र के सहादतगंज में किराये पर रहते हैं पड़ोस मे अतिरिक्त न्यायालय का कर्मचारी मनोज भी रहता है पड़ोसी होने से उससे जान पहचान हो गई, 20 जनवरी 2025 को वह छत पर टहल रहे थे वहाँ मनोज आया और बताया कि वह पहले कौशलपुरी कालोनी मे रहता था जहां उसकी पत्नी का एक व्यक्ति से अवैध संबंध हो गया था मैंने साजिश रची पत्नी से कहाँ की शादी मे जाना है कार मे बैठाकर ले गया और पूराकलंदर थाना क्षेत्र मे हत्या कर लाश को फेंक दिया
जब पुलिस ने जांच की पकड़ना चाहा तो जज लोगों से सिफारिश करवाई और एसएसपी अयोध्या को फोन करवाकर मामला रफा दफ़ा करवा दिया , शिकायतकर्ता ने मनोज का विरोध किया तो वह द्वेष रखने लगा और शिकायतकर्ता की पत्नी का पीछा करना, उनके कमरे मे ताका झाकी करने लगा, शिकायतकर्ता ने मकान मालिक से शिकायत की तो उन्होंने रंगबाज मनोज को समझाया लेकर वह गुस्से मे आग बबूला हो गया, 27 जुलाई 2025 को शाम तकरीबन 7 बजे मनोज रंगबाज ने अपनी सहयोगी प्रतिमा चौरसिया, अंजली को बुलाकर शिकायतकर्ता की पत्नी आरती को डंडे लात घूसों से पिटवाया पीड़ित ने विरोध किया तो मनोज ने कहा इसको जमकर मारो तुम लोग औरत हो अब इसको केस मे फसाना है मेरी जज लोगों से अच्छी पकड़ है मै कचेहरी मे बाबू हूँ फोन करा दूंगा तुम्हें कुछ नही होगा , जिसके बाद उन महिलाओं ने शिकायतकर्ता के सिर पर डंडे से जानलेवा हमले किये , पीड़ित के अनुसार पीड़ित ने अस्पताल जाकर दवा इलाज कराया, सी.टी. स्कैन जांच मे पीड़ित के सिर के दाहिने तरफ गंभीर चोट आई है , मामला बढ़ता देख शातिर मनोज ने थाने पर अपनी सहयोगी महिलाओ से दुष्कर्म की झूठी कहानी बताकर शिकायती पत्र दिलवाया है और पीड़ित को झूठे मुकदमे मे फँसाने की साजिश रची है पीड़ित ने एसएसपी अयोध्या सहित तमाम आला अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मांग की है

