अयोध्या: मामला जनपद के रौनाही थाना क्षेत्र से जुड़ा है ग्राम लहबड़ पुरवा निवासी एक व्यक्ति के घर दिनांक 29 नवम्बर 2025 रात बजे पुलिस आती है और उसके लड़के को बिना कुछ बताए थाने ले जाकर बैठा लेती है दूसरे दिन जब लोग थाने जाकर गिरफ्तारी का कारण पूछते हैं
तो बताया जाता है कि नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म का मामला है अपने दूसरे लड़के को चाहे जहां से ढूंढकर लाओ तभी इसे छोड़ेंगे, परिजन युवक को उसके काम से वापस बुलाकर थाने लाते हैं तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता है और उसके बाद उसके भाई को रौनाही पुलिस छोड़ देती है जिसकी सीसीटीवी रिकॉर्डिंग थाने में रिकार्ड है
इसके अलावा एफआईआर में घटना का समय 6 बजे बताया गया जबकि उस समय युवक शहर के एक रिसॉर्ट में हो रही एक शादी में काम कर रहा था वह 6 बजकर 55 मिनट पर वहां से एक दूसरे लॉन में गया था और 7 बजकर 35 मिनट पर फ़िर से वहां वापस आ गया अगर पुलिस की सुपर कहानी पर ध्यान में दे तो वह 40 मिनट जब युवक रिसॉर्ट से बाहर था उसी समय घटना हुई जबकि 40 मिनट मे अगर युवक के पास हेलीकॉप्टर भी होता तो देवकाली से सोहावल जाकर किसी के घर मे घुसकर जबरदस्ती कर वापस आना संभव नहीं है इसके अलावा 6 बजे की घटना की एफआईआर 3 घंटे के अंदर ही दर्ज हो गई और पुलिस उसके घर भी पहुंच गई जबकि वास्तविक घटनाओं में तो कई घंटे सिर्फ परिजनों को घटना की जानकारी होने में , पीड़ितों को पुलिस में शिकायत करने में ही लग जाते हैं मामले में क्षेत्राधिकारी ने जांच की है लेकिन उन्होंने निष्पक्ष जांच करना जरूरी नहीं समझा युवक को जेल भेज दिया गया है कुछ दिनों पूर्व ही फर्जी एफआईआर दर्ज करने और बेगुनाह को फसाने की साजिश रचने के कारण थाने के पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर एफआईआर दर्ज की गई है पीड़ित परिवार के अनुसार मामले में जिले में सपा के सबसे बड़े नेता जिसका लड़का प्रॉपर्टी डीलर है और राह चलते लोगों का अपहरण करने के चुनाव भी हार गया था उन्हीं के दबाव में पुलिस न्याय की धज्जियां उड़ाकर सारा मामला दर्ज किया गया है
